65 के हुए खलनायक  … बिहार से है गहरा नाता 

रिपोर्ट – राहुल प्रताप सिंह 

संजय दत्त ने कई बंपर हिट फिल्में दी हैं और करोड़ों फैन्स उनके दीवाने हैं. घर 29 जुलाई 1959 को संजय दत्त का जन्म हुआ। हीरो से लेकर विलेन तक के रोल में जान फूंक देने वाले संजय दत्त आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। 

बिहार में है नानी घर 

बिहार के गया से देश में काफी प्रसिद्ध रह चुकी नर्तकी-गायिका जद्दनबाई का गहरा संबंध रहा है. जद्दनबाई फिल्म अभिनेता संजय दत्त की नानी और नरगिस की मां थीं. आज भी गया में जद्दन बाई के नाम की हवेली मौजूद है. कहा जाता है कि इस हवेली में रईसों की महफिल सजती थी. जहां जद्दनबाई की ठुमरी गायन और नृत्य के एक से बढ़कर एक कद्रदान आते थे.

खूबसूरत तवायफ थीं जद्दनबाई 

एक समय जद्दनबाई की खूबसूरती लाखों लोगों को दीवाना बना देती थी। जद्दनबाई पेशे से एक तवायफ थीं। जद्दनबाई की मां दलीपाबाई भी तवायफ थीं। एक ऐसी तवायफ थी जिनके गाने सुनने का शौक, मुगलों की शान हुआ करता था और एक कोठे से ही भारत को पहली महिला संगीतकार भी मिलीं थीं। उस समय तवायफ के पेशे से भी ज्यादा बुरा लड़कियों का फिल्मों में काम करना माना जाता था।

फिल्मों के साथ बनी संगीतकार

अभिनेत्री बनने के लिए जद्दनबाई कोलकाता पहुंच गई थीं। वहां उन्होंने फिल्मों में काम भी किया और संगीत में भी नाम कमाया। इस दौरान जद्दनबाई की दो बार शादी भी की। दोनों ही हिंदू थे। जद्दनबाई से शादी करने के लिए इन दोनों ब्राह्मण युवक ने अपना हिंदू धर्म त्याग कर मुसलमान बन गए थे।

कोठे में पली थी संजय दत्त क़ी माँ 

कोलकाता में जन्मी नरगिस का पालन-पोषण एक कोठे में हुआ था। जद्दनबाई ने फिल्म प्रोडक्शन में भी किस्मत आजमाई, पहली फिल्म में अपने बेटे को कास्ट किया। मगर जद्दनबाई कर्जे में डूब गईं। कर्ज को उतारने के लिए जद्दनबाई ने बेटी नर्गिस को भी हीरोइन बना दिया। नरगिस ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट ही की थी। जब उन्होंने सिनेमा में कदम रखा था तब वह महज पांच साल की थीं।