पाकिस्तान जिसका नाम सुनते ही जहां लोगों की भवें तन जाती हैं, लोग गुस्से से उबल पड़ते हैं, आपको जानकर हैरानी होगी कि बिहार में एक ‘पाकिस्तान’ भी बसा है पर यहां रहने वाले सभी लोग हिन्दू समुदाय से है.
बिहार में कहाँ स्थित है ‘ पाकिस्तान ‘ ?
बिहार के बगहा जिले के वार्ड नम्बर 28 के अंतर्गत एक मोह्हला है जिसका नाम पाकिस्तानी टोला है. मोह्हले में रहने वाले लोग अपने नाम के पीछे पाकिस्तानी टाइटल का उपयोग करते है.
1971 जब पूर्वी पाकिस्तान का विभाजन हुआ तों लोग यहां आकर बस गये.
दरअसल 1971 में जब जब पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना तो वहां के गोपालपुर से एक दर्जन लोग बगहा आए और मारवाड़ी टोला में बस गए। यहां वे अपना व्यवसाय करने लगे। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उनके नाम के साथ पाकिस्तानी टाइटल जोड़कर बुलाने लगे।
पाकिस्तानी टाइटल हटाना चाहते है – ( संदीप अग्रवाल, स्थानीय )
संदीप अग्रवाल बताते हैं कि हमलोगों के पूर्वज राजस्थान के बैरासिया गांव के रहने वाले हैं। आजादी से पूर्व बांग्लादेश के गोपालपुर चले गए और वहां जुट की फैक्ट्री चलाने लगे। जब पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तब अपने एक रिश्तेदार की मदद से बगहा आकर बस गए। चुकी लोगों को यह लगा कि हमलोग पाकिस्तान से आए हैं इसलिए लोग नाम के साथ पाकिस्तानी टाइटल लगाकर बुलाने लगे और हमारे मुहल्ले को पाकिस्तानी फार्म या पाकिस्तानी टोला बोलने लगे।
लेकिन मूलतः हम लोग मारवाड़ी बनिया हैं और कई दशक से यहां व्यवसाय करते आ रहे हैं। हमलोग लोगों से अपील करना चाहते हैं कि हमें पाकिस्तानी टाइटल और पाकिस्तानी टोला के नाम से न पुकारे। हम शुद्ध रूप से हिंदुस्तानी हैं और हमारे दिल में हिंदुस्तान बसता है।
मौखिक नाम है पाकिस्तानी टोला कोई आधिकारिक मोह्हला नहीं है – अजय राउत ( वार्ड 28 के वार्ड कमिश्नर )
वार्ड 28 के वार्ड कमिश्नर अजय राउत का कहना है कि बगहा में पाकिस्तानी टोला के नाम से अधिकृत कोई मोहल्ला नहीं है। मारवाड़ी टोला और अहिरानी टोला में पूर्वी पाकिस्तान से आए लोगों को स्थानीय लोग पाकिस्तानी के नाम से पुकारने लगे।