पहलगाम हमले के बाद भारत लगातार पाकिस्तान कों झटके दे रहा है युद्ध जैसा हालात बन रहे है भारतीय सेना ने युद्ध की तैयारी पूरी कर ली है. भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्ध हो चुके हैं. आइये आपको हम भारत-पाकिस्तान के बीच हुए कुल युद्ध के बारे में बताते है.
1947 में अंग्रेजों द्वारा भारत का विभाजन किए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनातनी रहती है। कश्मीर के मुद्दों कों लेकर दोनों देश के बिच रिश्ते में तलखी रहती है कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है पर पाकिस्तान इसकों नकारता है. भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक 4 बार युद्ध हुआ है और पाकिस्तान को हर बार हार का मुंह देखना पड़ा है। दोनों देशों के बीच आखिरी बार 1999 में करगिल युद्ध हुआ था।
पहला युद्ध 1947 में लड़ा गया.
भारत – पाकिस्तान का पहला युद्ध कश्मीर के विलय को लेकर था अंग्रेजो के द्वारा भारत विभाजन के कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की चिंता बढ़ी हुई थी. पाकिस्तान कों यह चिंता सता रही थी महाराजा हरि सिंह भारत में शामिल हो जाएंगे।
जबकि अंग्रेजों द्वारा किये गये विभाजन के बाद ही रियासतों को तीन विकल्प दिये गये थे।
• भारत में शामिल होना
• पाकिस्तान में शामिल हो जाओ
• स्वतंत्र रहें
बता दें की जम्मू-कश्मीर में बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी थी और बड़ी संख्या में हिंदू भी थे।कबायली इस्लामी सेनाएं मिलीं और पाकिस्तान की सेना में शामिल हो गईं और रियासत के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया। इससे महाराजा हरि सिंह के पास भारत में शामिल होने और सैन्य सहायता प्राप्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
22 अप्रैल 1948 कों इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव 47 पारित किया गया। नियंत्रण रेखा ( LOC) का जन्म उसी दिन हुआ था। 1 जनवरी, 1949 को 23:59 बजे युद्धविराम की घोषणा की गई। भारत के पास जम्मू और कश्मीर के दो-तिहाई हिस्से पर नियंत्रण था, जबकि पाकिस्तान ने गिलगित बाल्टिस्तान और आजाद कश्मीर पर कब्जा कर लिया था।
दोनों देशों के बिच दूसरा युद्ध 1965 में लड़ा गया.
पाकिस्तान 1947 के बाद कश्मीर में घुसपैठ करने की कोशिश की। युद्ध पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर के बाद शुरू हुआ. भारत ने उसी समय पश्चिमी पाकिस्तान के खिलाफ पूरे पैमाने पर सैन्य प्रतिक्रिया शुरू की। युद्ध 17 दिनों तक लड़ा गया और दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए और घायल हुए। इसमें सोवियत संघ और अमेरिका को हस्तक्षेप करना पड़ा और युद्धविराम की घोषणा कर दी गयी। इस युद्ध में भारत का पलड़ा भारी था, क्योंकि पाकिस्तान ने विद्रोह कराया था।
तीसरा 1971 का युद्ध: बांग्लादेश मुक्ति संग्राम
बांग्लादेश पहले पूर्वी पाकिस्तान था। यह संकट शेख मुजीबुर रहमान और याह्या खान तथा जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच राजनीतिक लड़ाई के कारण उत्पन्न हुआ।
इसके बाद पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के बीच युद्ध की घोषणा हो गई और बांग्लादेश पाकिस्तान से आजादी चाहता था. भारत ने बांग्लादेश मुक्ति आंदोलन में हस्तक्षेप किया और पाकिस्तान ने भारत पर एहतियाती हमला करने की गलती की। यही वह समय था, जब भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से युद्ध शुरू हुआ. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की करीब 15000 वर्ग किलोमीटर तक की जमीन पर कब्जा कर लिया था। पाकिस्तान के कश्मीर, पाकिस्तानी पंजाब और सिंध क्षेत्रों में प्राप्त यह भूमि बाद में शिमला समझौते में पाकिस्तान को वापस उपहार में दे दी गई।इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान ने आत्मसमर्पण कर दिया और बांग्लादेश राज्य का निर्माण हुआ।
चौथा 1999 का कारगिल युद्ध:
पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ की और कश्मीर के कारगिल जिले में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया।भारत ने न सिर्फ मुहतोड़ जवाब दिया, बल्कि कूटनीतिक तौर पर भी पाकिस्तान के पीछे पड़ गया था। घुसपैठ के दो महीने के भीतर ही उनके कब्जे वाली चोटियों को भारत ने वापस ले लिया।बड़े पैमाने पर सैन्य वृद्धि का डर था, जिसके बाद अमेरिका को पाकिस्तान पर पीछे हटने के लिए दबाव डालने के लिए मजबूर होना पड़ा।