दौड़कर नेपाल जाएगा पटना का ‘ ब्लैक पैंथर ‘ गांव के लोगों में खुशी ..

गर्मी के महिने में चंद किलोमीटर की दुरी पैदल चलना मुश्किल भरा होता है शरीर से पसीने टपकने लगते है गर्मी से हाल – बेहाल हो जाता है. ऐसे मौसम में बिहार की राजधानी पटना मुख्यालय से चंद किलोमीटर दूर चिलबिल्ली पंचायत के बेतौरा गांव के रहने वाले मोनू कुमार उर्फ़ ब्लैक पैंथर 351 किलोमीटर की दुरी को दौड़कर नेपाल देश पहुंचेंगे जानिए क्या है इसके पीछे की कहानी ?

351 किलोमीटर की यात्रा दौड़कर पूरा करेंगे मोनू 

अपने गांव में ‘ ब्लैक पैंथर ‘ नाम से चर्चित धावक मोनू कुमार पटना से दौड़ते हुए नेपाल जायेंगे. नेपाल के कठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में पूजन भी करेंगे उनके साथ इस यात्रा में उनके सहयोगी के तौड़ पर उनके मित्र भी साथ रहेंगे.

स्थानीय नेताओं ने बढ़ाया मोनू का हौसला 

मोनू उर्फ़ ब्लैक पैंथर के यात्रा शुरू होने से पहले जदयू नेता धर्मेंद्र चन्द्रवंशी, बंटी चन्द्रवंशी, शत्रुघ्न पासवान समेत स्थानीय नेताओं ने हौसला अफजाई कर मोनू यात्रा में सफल हो की कामना की और इस ऐतिहासिक यात्रा में किसी प्रकार की कोई दिक्क़त न हो इसके लेकर भी भरोसा दिया.

पटना से प्रयागराज दौड़ते हुए तीन दिन में पहुंचे थे मोनू 

बता दें इसके पहले मोनू प्रयागराज संगम में पटना से दौड़ते हुए तीन दिन में पहुंचे थे वहाँ स्थित संगम में डुबकी लगाया था. मोनू सोशल मिडिया पर काफी सक्रिय है पटना से लेकर बिहार के अन्य जगहों के लोग भी मोनू कों ‘ ब्लैक पैंथर  ‘ के नाम से जानते है.

साधारण परिवार से आते है मोनू, सरकार से गांव में खेल कूद मैदान बनाने की मांग 

मोनू अपनी इस यात्रा को शुरू करने से पहले पत्रकारों से बातचीत मे बताया की उनके पास कुछ संसाधन नहीं है. बेहद गरीब परिवार से आने वाले मोनू की माँ गुपचुप बेचती है और पिताजी मिस्त्री का काम करते है जिससे सोनू का घर का आर्थिक पूर्ति होती है. मोनू आगे कहते है की वे अपने गांव के बच्चों की मदद करना चाहते है उन्हें खेल कूद सिखाना चाहते है पर इसके लिए एक खेल मैदान की ज़रूरत है जिसे सरकार ही बना सकती है.