रिपोर्ट: राहुल प्रताप सिंह
लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर बिहार में चुनावी बिगुल बज चुकी है. हम बात कर रहे है बिहार विधानसभा उपचुनाव के रुपौली विधानसभा क्षेत्र कि जहाँ कि वर्तमान स्थिति जदयू के कलाधर सिंह, राजद कि बीमा भारती और लोजपा से बगवात कर निर्दलीय ताल ठोकने वाले प्रत्याशी शंकर सिंह के बिच त्रिकोणात्मक स्थिति बन गयी है.
बता दें कि इस विधानसभा क्षेत्र से बीमा भारती लगातार 2010 से जदयू के टिकट पर चुनाव जीतते आ रही है. प्रचार का कमान नीतीश और तेजस्वी ने संभाल लिया है दोनों नेताओं को यह आभास हो गया है कि यह सिर्फ एक उपचुनाव नहीं बल्कि आने वाला 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा संदेश देगा.
त्रिकोणात्मक लड़ाई में कौन लहराएगा परचम
रुपौली विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा. यहां से जदयू ने गंगोता जाति से आने वाले कलाधर मंडल को प्रत्याशी बनाया हैतो राष्ट्रीय जनता दल की ओर से गंगोता जाति से आने वाली बीमा भारती उम्मीदवार हैं. एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह जो राजपूत जाति से आते हैं, ताल ठोक रहे हैं. शंकर सिंह के चुनाव लड़ने से यहां लड़ाई दिलचस्प हो गयी है. शंकर सिंह की छवि बाहुबली नेता की है. रुपौली इलाके में अगड़ी जाति के बीच उनकी छवि रॉबिन हुड की है. शंकर सिंह और अवधेश मंडल के बीच पुरानी अदावत रही है. अवधेश मंडल, कथित रूप से फैजान गिरोह का सर्वेसर्वा है. दोनों के बीच लंबे अरसे तक खूनी संघर्ष का दौर चला. दर्जनों लोगों की जान गई.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीमा भारती और पप्पू यादव आमने-सामने थे. राजद ने पप्पू यादव के टिकट में अड़ंगा लगाते हुए बीमा भारती को अपना उम्मीदवार बनाया था. इस चुनाव में पप्पू यादव की जीत हुई थी, जबकि बीमा भारती तीसरे नंबर पर रही थी.