रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय
आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के गया जिले में कई सड़कों का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसके अलावा मगध यूनिवर्सिटी में भी कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद को आमंत्रित नहीं किया गया था. मांझी की पार्टी का कहना है कि दलित होने के कारण मांझी को निमंत्रण नहीं मिला.
आज हम पार्टी की ओर से जिला इकाई की एक अहम बैठक आयोजित की गई. बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया. मगध विश्वविद्यालय में 22वें विहार आर्थिक परिषद सम्मेलन का आयोजन किया था. जिसमें मुख्य अतिथि एवं उद्घाटनकर्ता केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सड़क परिवहन राजमार्ग एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. अशोक चौधरी, ग्रामीण कार्य विभाग, बिहार सरकार शामिल हुए, लेकिन स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, जो भारत सरकार के लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग मंत्री हैं को न तो आमंत्रित किया गया और न ही उनका नाम लिया गया, जो नाराजगी का मुख्य कारण है.
हम के नेताओं ने आरोप लगाया है की मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलपति ने इन्हे दलित होने के कारण ऐसा किया जो बेहद निंदनीय है. पार्टी ने इसे पूरे गया लोकसभा क्षेत्र की जनता का अपमान बताया है. जन प्रतिनिधियों व पार्टी नेताओं ने भी कुलपति के खिलाफ जनाक्रोश निकालने की बात कही. हम पार्टी की मांग है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उचित कार्रवाई की जाये. जन प्रतिनिधियों और केंद्रीय मंत्री को शामिल नहीं कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है.
इस बैठक में मुख्य रूप से नारायण प्रसाद मांझी जिला अध्यक्ष गया डॉ .शिक़्बातुल्लाह खान उर्फ टूटू खान पूर्व जिला अध्यक्ष राष्ट्रीय सचिव ई .नंदलाल मांझी प्रदेश सचिव असद प्रवेज जिला अध्यक्ष दिना मांझी सागर सिंह संतोष सागर सत्येंद्र कुमार राय मनोज मांझी आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे.