देश में नरेंद्र मोदी की सरकार टीडीपी और जेडीयू के समर्थन से चल रही है. टीडीपी ने एक मुद्दे पर बीजेपी के साथ मतभेद की स्थिति पैदा कर दी है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अगर ये मामला सामने आया तो क्या मोदी सरकार पीछे हट जाएगी या मोदी सरकार गिर जाएगी?
हम आपको बताएंगे कि ऐसी स्थिति कैसे पैदा हुई. जब संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने केंद्र के एक कदम पर सवाल उठाए. टीडीपी सांसद लवू श्रीकृष्ण देवरायलु ने लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान जनसंख्या के आधार पर किए जा रहे अगले परिसीमन पर चिंता व्यक्त की. सांसद ने कहा कि अगले परिसीमन के तहत दक्षिणी राज्यों को नुकसान होगा, जबकि उत्तरी राज्यों को राजनीतिक रूप से लाभ होगा. सांसद ने कहा कि यदि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन किया जाता है, तो गणना यह है कि चार राज्यों- यूपी, बिहार, एमपी और राजस्थान की सीटें वर्तमान की 169 से बढ़कर 324 हो जाएंगी, जबकि आंध्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक की सीटें वर्तमान 129 से बढ़कर 164 हो जाएंगी.
बता दें कि 2029 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को बढ़ी हुई सीटों के साथ कराने का प्लान है. परिसीमन कानून के तहत 2026 तक लोकसभा की सीटें नहीं बढ़ाई जा सकती हैं। इसके बाद जनगणना के आधार पर परिसीमन कराया जा सकता है। अनुमान के अनुसार, 2027 की जनगणना के बाद परिसीमन पूरा होगा.
रिपोर्ट- सुजीत पाण्डेय